गेहूं एमएसपी रेट पर 575 रुपए का बोनस, गेहूं की खरीद 2700 रुपए में 4 लाख मीट्रिक टन खरीद का लक्ष्य
Gehu MSP Price 2024-25: रबी सीजन में सरकार द्वारा गेहूं एमएसपी रेट 2024-24 के लिए गेहूं की खरीद पर बड़ा फैंसला लिया है, चुनाव से पहले किसानों के लिए बड़ी खुशखबरी है। 2024 में फरवरी मार्च में गेहूं की कटाई का कार्य शुरू होगा, बता दें कि विपणन वर्ष 2023- 24 में गेहूं की खरीद का न्यूनतम समर्थन मूल्य (wheat MSP Rate) 2125 रुपए प्रति क्विंटल से बढ़कर अब विपणन वर्ष 2024- 25 हेतू 2700 रुपए प्रति क्विंटल तक किया जाएगा।
गेहूं एमएसपी रेट 2024-25 हेतू मिलेगा 575 रुपए का बोनस । Wheat MSP Rate 2024- 25
Wheat MSP Rate 2024-25: किसानों को रबी सीजन हेतू बड़ा कदम उठाते हुए गेहूं एमएसपी रेट 2024-25 हेतू अब 575 इसी साल यानी आने वाले रबी सीजन वितरण वर्ष 2024 के दौरान बोनस के रूप में मिलने वाला है। बता दे कि भारत सरकार ने किसानों की आर्थिक स्थिति को मजबूत करने हेतु 2700 रुपए प्रति क्विंटल गेहूं की खरीदी का प्रावधान किया गया है। और इसके लिए जल्द ही खरीदी संबंधी दिशा निर्देश संबंधित विभागों तक पहुंचा दिए जाएंगे।
बगैर शुल्क के बिकेगी साफ गेहूं
जो किसान गेहूं साफ करके लायेगा उन्हें किसी भी प्रकार का कोई शुल्क नहीं देना पड़ेगा। सरकार के द्वारा किसानों का ही पंजीकरण किया जाए इसके लिए भी आधार नंबर से आधारित ओटीपी सत्यापन या बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन आधार पर पंजीकरण की व्यवस्था की गई। जिसके चलते बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन ही किया गया। जो किसान शारीरिक रूप से अक्षम होने या बुजुर्ग होने वाले किसानों के लिए नॉमिनी के तौर पर पंजीयन की सुविधा भी उपलब्ध कराई गई।
गड़बड़ी रोकने हेतू बायोमेट्रिक के जरिए ही होगा भुगतान
जाने की मिली जानकारी के मुताबिक खरीदारी (Wheat MSP Price) करने में कोई भी प्रकार की गड़बड़ी न हो इसके लिए बायोमेट्रिक सत्यापन की व्यवस्था भी की गई है। बता दे की भुगतान बायोमेट्रिक सत्यापन के बाद ही किसानों को किया जाएगा। सरकार द्वारा 4 लाख टन खरीद का लक्ष्य रखा गया है वही बीते साल 2.90 लाख टन गेहूं एमएसपी रेट पर की गई थी।
गेहूं बेचने के लिए किसानों का पंजीयन कब से शुरू होगा
बता दे वर्ष 2024 मार्च से MP किसानों से गेहूं की खरीदी आरंभ होगी। जिसमें किसानों को 575 प्रति क्विंटल का लाभ मिलने वाला है इसके लिए समर्थन मूल्य पर गेहूं किसानों को बेचने के लिए जनवरी फरवरी में पंजीयन का कार्य आरंभ करवाने की संभावना है।
चालू वित्त वर्ष 2023-24 में गेहूं की बुवाई हुई कम
चालू रबी सीजन में कृषि मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार 557.26 लाख हैक्टेयर की बुवाई की जा सकी जो बीते साल के मुकाबले 30.07 लाख हैक्टेयर क्षेत्र कम है वही बीते साल इस समय तक 587.26 लाख हैक्टेयर भूमि पर हुई, गेहूं की बुवाई में कमी के साथ साथ इस बार दलहन की बुवाई भी कम रही, जबकि सरसों की बुवाई अधिक हुई है।
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गेहूं की बजाय तिलहन एवम् मोटे अनाज का बुवाई रकबा बढ़ा
कृषि मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के मुताबिक 15 दिसंबर तक गेहूं की बुवाई का रकबा 292.02 लाख हैक्टेयर की बजाय 274.36 लाख हैक्टेयर, दलहनों का रकबा 139.98 की बजाय 128.54 लाख हैक्टेयर मोटे अनाज का रकबा 43.37 की बजाय 43.61 लाख हैक्टेयर, धान का रकबा 12.89 की बजाय 11.64 लाख हैक्टेयर एवम् तिलहन का रकबा 98.08 की बजाय 43.37 लाख हैक्टेयर भूमि पर हुआ है।
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