कीमतों में तेजी के चलते मिलो की मांग कमज़ोर सरसों भाव हुए सुस्त, दैनिक आवक में वृद्धि, जानें तेजी मंदी रिपोर्ट
सरसों भाव की बढ़ी हुई कीमतों में तेल मिलों की खरीद कमजोर होने के कारण घरेलू बाजार में गुरुवार को सरसों की कीमतें लगातार दो दिनों की तेजी के बाद नरम हो गई। जयपुर में कंडीशन की सरसों के भाव 25 रुपये कमजोर होकर दाम 5,700 रुपये प्रति क्विंटल रह गए। इस दौरान सरसों की दैनिक आवक बढ़कर 3.30 लाख बोरियों की हुई।
विश्व बाजार में आज खाद्वय तेलों में तेजी का रुख रहा। मलेशियाई पाम तेल की कीमतों में बढ़ोतरी दर्ज की गई। साथ ही डालियान में खाद्वय तेलों की कीमतें तेज हुई। उधर शिकागो में सोया तेल में तेजी देखी गई। व्यापारियों के अनुसार विश्व बाजार में खाद्वय तेलों की कीमतों में अभी एकतरफा बड़ी तेजी के आसार अभी कम है। घरेलू बाजार में बढ़े दाम पर मांग कमजोर होने से सरसों तेल के दाम कमजोर हुए, साथ ही इस दौरान सरसों खल के भाव भी घट गए।
उत्पादक मंडियों में सरसों की दैनिक आवकों में दूसरे दिन बढ़ोतरी दर्ज की गई। व्यापारियों के अनुसार हाल ही में सरसों के भाव में आये सुधार से स्टॉकिस्टों एवं किसानों की बिकवाली बढ़ने से आवकों में बढ़ोतरी हुई है। वैसे भी चालू सीजन में सरसों का उत्पादन बढ़ने का अनुमान है, तथा प्रमुख उत्पादक राज्यों में सरसों का बकाया स्टॉक पिछले साल की तुलना में ज्यादा है। इसलिए इसकी दैनिक आवक अभी बने रहेगी।
हालांकि खपत का सीजन होने के कारण सरसों तेल में भी मांग बराबर बनी रहेगी, जबकि इसकी कीमतों में तेजी, मंदी काफी हद तक आयातित खाद्वय तेलों के दाम पर ही निर्भर करेगी। अंतरराष्ट्रीय बाजार में अन्य खाद्य तेलों से मिले मजबूत संकेत के आधार पर पाम तेल की कीमतों में गुरुवार को लगातार छठे सत्र में बढ़ोतरी दर्ज की गई।
बर्सा मलेशिया डेरिवेटिव्स एक्सचेंज (बीएमडी) पर मार्च वायदा अनुबंध में पाम तेल की कीमतें 39 रिंगिट यानी की 1.04 फीसदी बढ़कर 3,796 रिंगिट प्रति टन हो गई। इस दौरान डालियान का सबसे सक्रिय सोया तेल अनुबंध 0.51 फीसदी तेज हो गया और इसका पाम तेल अनुबंध 1.37 फीसदी बढ़ गया। शिकागो बोर्ड ऑफ ट्रेड पर सोया तेल की कीमतें 1.08 फीसदी तेज हुई।
जानकारों का मानना है कि साल की तीसरी तिमाही तक पाम तेल की कीमतें बढ़कर 4,000 रिंगिट प्रति टन होने की संभावना है।
व्यापारियों के अनुसार श्रमिकों की संख्या में बढ़ोतरी होने से इस साल मलेशियाई पाम तेल के उत्पादन में सुधार होने की उम्मीद है, हालांकि इसको लेकर चुनौतियां भी हैं।
जयपुर में सरसों तेल कच्ची घानी और एक्सपेलर की कीमतें गुरुवार को लगातार तीन दिनों की तेजी के बाद घट गई। कच्ची घानी सरसों तेल के भाव 5 रुपये कमजोर होकर दाम 1,027 रुपये प्रति 10 किलो रह गए, जबकि सरसों एक्सपेलर तेल के दाम भी 5 रुपये घटकर 1,017 रुपये प्रति 10 किलो रह गए, जयपुर में गुरुवार को सरसों खल की कीमतें 20 रुपये कमजोर होकर दाम 2,965 रुपये प्रति क्विंटल रह गए।
देशभर की मंडियों में सरसों की दैनिक आवक बढ़कर 3.30 लाख बोरियों की हुई, जबकि इसके पिछले कारोबारी दिवस में आवक 2.95 लाख बोरियों की ही हुई थी। कुल आवकों में से प्रमुख उत्पादक राज्य राजस्थान की मंडियों में 1.50 लाख बोरी, जबकि मध्य प्रदेश की मंडियों में 45 हजार बोरी, उत्तर प्रदेश की मंडियों में 45 हजार बोरी, पंजाब एवं हरियाणा की मंडियों में 20 हजार बोरी तथा गुजरात में 20 हजार बोरी, एवं अन्य राज्यों की मंडियों में 50 हजार बोरियों की आवक हुई।
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