मंडी भाव भविष्य 2023: तुवर, चना, मूंग, मसूर, उड़द, काबुली चना, देसी चना भाव क्या बढ़ेंगे भाव।
मंडी भाव भविष्य 2023: साथियों आज हम जानेंगे तो अर्चना मूंग मसूर उड़द काबुली चना एवं देसी चना के भाव कब बढ़ेंगे और भविष्य में कितनी तेज और कितनी मंदिर आ सकती है इसके साथ ही हम जानेंगे इन सभी अनाजों के भाव में कब तक तेजी बनेंगे तो चलिए बिना समय गवाएं जानते हैं आज की तेजी मंदी रिपोर्ट।
मंडी भाव भविष्य 2023।Mandi Bhav future price
मसूर का भाव क्या रहेगा। मसूर मंडी भाव में तेजी
हालांकि मसूर का दबाव बहुत ज्यादा उत्पादक मंडियों में नहीं है, लेकिन अन्य दलहनों की बिक्री ठप पड़ जाने से मसूर दाल की मिलिंग करने वाले भी कारोबारी माल कम खरीद रहे हैं। दूसरी ओर बीनागंज, भोपाल लाइन में किसानी माल की थोड़ी आवक बढ़ जाने से वहां से बिकवाली का प्रेशर बन गया है।
यही कारण है कि पिछले चार-पांच दिनों के अंतराल 50 रुपए प्रति क्विंटल की गिरावट मसूर में आ गई है, लेकिन अब यहां बाजार आकर ठहर जाएगा। वर्तमान में 5900/5925 रुपए की बिल्टी में मसूर लाभ दे जाएगी, क्योंकि विदेशी मसूर जो 200/250 रुपए नीचे बिक रही थी, वह 50 रुपए ऊपर बिक रही है।
मूंग भाव में गिरावट
पुरानी मूंग शॉर्टेज में जरूर है, लेकिन अब धीरे-धीरे प्रांतवार फसलें आने से बाजार लगातार टूटने लगे हैं। उपर के भाव से बाजार 200/300 रुपए क्वॉलिटी अनुसार मूंग के भाव नीचे आ गए हैं, अभी दाल धोया एवं छिलका की बिक्री अनुकूल नहीं होने से मिलों की खरीद कम हो रही है तथा अगले सप्ताह मध्य प्रदेश सरकार द्वारा 2 लाख मीट्रिक टन मूंग का टेंडर साप्ताहिक बिक्री के चल रहे हैं, जिससे बाजार आगे टिकना मुश्किल लग रहा है, इसलिए जरूरत के अनुसार ही माल खरीदना चाहिए। हल्के भारी माल ज्यादा मंडियों में बिकने के लिए आ रहे हैं, जो बाजार को तेज नहीं होने देंगे।
तुवर का भाव 2023 होगा तेज
वास्तविकता यह है कि तुवर शार्टेज में आ गई है, जिससे चेन्नई, दिल्ली कारोबारी हर भाव प्रतिस्पर्धात्मक मांगने लगे हैं, जिस कारण तुवर के भाव 20 दिन पहले उपर में 109 रुपए बन गये थे, जो वर्तमान में मुनाफावसूली की बिकवाली से 104 रुपए प्रति किलो लेमन क्वालिटी की रह गई है। रंगून से तुवर दिल्ली के पड़ते से 500 रुपए ऊपर मिल रही है तथा वहां से लोडिंग लेट हो गई है। अभी हाल ही में 40-45 डॉलर प्रति टन और बढ़ाकर भाव वहां बोलने लगे हैं। तुवर की कोई फसल आने वाली नहीं है तथा आगे खपत को देखते ही अगले एक-दो दिनों के अंतराल ही लेमन तुवर 110 रुपए प्रति क्विंटल को पार कर सकती है तथा दाल में भी इसी अनुपात में तेजी आ जाएगी।
उड़द भाव में तेजी संभव
सरकार का प्रेशर उड़द की महंगाई को रोकने की कार्यवाही चल रही है, लेकिन उड़द का स्टॉक किसी भी मंडियों में नहीं है तथा वर्तमान में बर्मा से आयात करने पर काफी महंगी पड़ रही है। आयातक नये सौदे भी कम कर रहे हैं। चेन्नई में भी ज्यादा माल नहीं है, यही कारण है कि गत सप्ताह नीचे में एसक्यू 9200 रुपए बिकने के बाद एसक्यू 9400 रुपए प्रति क्विंटल पर जा पहुंचा है। इसी तरह एफ ए क्यू के भाव भी 8400 रुपए बिक गया, इन परिस्थितियों में उड़द का व्यापार हर भाव में करते रहना चाहिए। माल की कमी से अभी घटने वाली बात नहीं है, क्योंकि नई फसल घरेलू निकट में आने वाली नहीं है।
काबुली चना भाव में तेज़ी की गुंजाइश
काबली चने की आपूर्ति एमपी, महाराष्ट्र, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश चारों प्रमुख उत्पादक राज्यों में अनुकूल नहीं है, दूसरी या पड़ता महंगा है तथा दूसरे देशों के लिए मोटे मालों का निर्यात हो रहा है जिससे उत्पादक मंडियों में स्टाक बिल्कुल नहीं है फलतः वितरक मंडियों में भी माल का अभाव बना हुआ है, इन सारी परिस्थितियों को देखते हुए कर्नाटक महाराष्ट्र के माल में व्यापार करते रहना चाहिए तथा रुक रुक कर तेजी कायम रहेगी।
देसी चना भाव कभी भी बढ़ जाएगा
चालू सप्ताह के अंतराल राजस्थान से चने की आवक लारेंस रोड, नरेला, राई, कुंडली की दाल मिलों में घट जाने से ग्राहकी कम के बावजूद दाल मिल की पकड़ ठंडी पड़ जाने से राजस्थानी चना 50/75 रुपए घटकर 5025/5050 रुपए प्रति क्विंटल लॉरेंस रोड पर खड़ी मोटर में रह गया है। यहां हल्के माल 4980/5000 रुपए प्रति क्विंटल बिकने लगे हैं। उत्पादक मंडियों से पड़ते बढ़िया चने के 100 रुपए महंगे लग रहे हैं, जिससे हल्के माल अधिकतर दाल मिलें पड़ते के अभाव में चला रही हैं, क्योंकि दाल के भाव भी 5630 रुपए प्रति क्विंटल रह गए हैं। बाजार में भी छोटे दाने के 5600 रुपए से कम में कोई माल नहीं है। इसलिए कभी भी बाजार 200 रुपए बढ़ सकता है।
ये भी पढ़ें 👉 पेट्रोल डीजल रेट
व्हाट्सअप ग्रुप 👉 ज्वॉइन करें