खेत से नीलगाय एवम् चूहों से छुटकारा पाने हेतु करें अपनाए ये ट्रिक, पास भी नही भटकेंगे आवारा पशु
किसान साथियों खेत में नीलगाय एवम् चूहों का दसशत हमेशा बना रहता है, जो फसलों को खाने में कोई कसर नहीं छोड़ते, ऐसे में संपूर्ण फसल बर्बाद हो जाती है, जिसका किसानों को आर्थिक नुकसान झेलना पड़ता है, आय दिन सर्दी के मौसम में अनेक आवारा पशु जैसे मवेशी, नीलगाय, जंगली सूअर, जंगली जानवरों एवम् चूहों से काफ़ी परेशानी का सामना करना पड़ता है।
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इन सभी प्रकार के फालतू एवम् आवारा जानवरों से हम अनेक तरीके अपनाकर नीलगाय सूअर एवम् जंगली जानवरों से छुटकारा पाने में कामयाब हो सकते हैं, जो किसानों की आर्थिक हानि होने से आसानी से बच सकते है, एवम् आसानी से सर्दी में किसान साथी बगेर रखवाली के भी काम चल सकता है, एवम् खड़ी फसल आसानी से बचाई जा सकती हैं। किसानों के लिए हम फसलों को बचाने हेतु अनेक प्रकार की जानकारी आपके लिए लेकर आते रहते हैं ताकी किसान कम नुकसान झेले।
इन जानवरों से फसल को नुकसान होने से कम लागत में बचाई जा सकती है इसके लिए किसानों को 3 महिने में एक बार उपाय करना होगा, एवम् फसल भी बच जायेगी। इसके लिए हम आपको 4 तरीके यानी ट्रिक बताएंगे जो काफ़ी लाभदायक साबित होगी।
1. यदि आपकी फसल में नीलगाय, हिरण, बंदर या आवारा जानवर आदि फसल को बर्बाद कर रहे हैं तो इसके लिए आप पहला उपाय यह कर सकते हैं कि तीन-चार अंडे एक बाल्टी में 5 से 6 चम्मच डिटर्जेंट पाउडर में खोलकर मिला दें एवं उसे फोड़ कर बाल्टी में डाल दे एवं उसे अच्छी तरह से मिला ले।
इसके बाद आप छोटे टुकड़े या फिर घास या दान की खुशी ले सकती हैं इन सभी को उपरोक्त घोल में डुबोकर बाहर अपने खेत में 8 से 10 फुट की दूरी पर रख दे। भीगे हुए अंडे में बहुत अधिक मात्रा में बुरी गंध 1 से 2 दिन में आने लगती है, जिसके चलते आवारा जानवर एवम् चूहे खेत के आसपास घूमने की जरूरत भी नहीं करेंगे। ऐसा महिने भर में एक बार करने से जानवर खेत में घुसकर अंडे की गंध के चलते भाग जायेंगे एवम् दोबारा बिलकुल भी नहीं आयेंगे।
घोल को खेत की मेड़ पर भी हल्का जरुर डाल दे ताकि जानवर खेत में घुसने से पहले ही गंध के कारण भाग जाए हालांकि आपको सलाह दी जाती है कि घोल का छिड़काव अपनी फसल पर बिल्कुल भी ना करें क्योंकि इससे फसल को नुकसान भी हो सकता है ।
2. उपरोक्त के अलावा अनेक प्रकार की फासले जो भूमि के अंदर बोई जाती है जैसे आलू मूंगफली एवं कंधीय फैसले उनको सूअर खोदकर खाने लगता है वही आलू की फसल में सुअर एवं चूहे काफी फसलों को नुकसान पहुंचाने में कोई कसर नहीं छोड़ते। सुअर से फसलों को बचाने हेतु नाई की दुकान से कटे बाल का इस्तेमाल आलू की मेड़ों एवम् मूंगफली की मेड़ों पर छिड़काव कर दे।
ऐसा करने से सूअर मीडो की मिट्टी को देगा उसे समय सूअर तेजी से सांस लेगा एवं जब बहुत तेजी सांस लेता है तो हवा के साथ बाल भी उसकी नाक में चले जाते हैं और सांस लेने में दिक्कत होने लगती है और वह वहां से चला जाता है यदि वह सूअर आलू की फसल में दो से तीन बार आएगा तो , वह बार-बार समस्या का सामना करता है और खेत में आना बंद कर देता है।
3. फसलों में चूहा भी काफी नुकसान पहुंचाते हैं एवं मिट्टी को खोदकर प्रश्नों के जेड बाहर निकाल देती है, चूहों को भगाने के लिए 100 से 200 ग्राम बेसन और 5 से 6 चम्मच पिसी हुई फिटकरी लेकर 2 से 3 चम्मच देसी घी मिलाया और उसे अच्छे से गोंद दे छोटी और उसकी छोटी-छोटी गोलियां बना कर खेत में बल के पास रख दें। तू है यह गोलियां खाएंगे तो फिटकरी के कारण घबराहट महसूस होगी और बार-बार खेत की तरफ नहीं आएंगे।
4. इस विधि में आवारा पशु नीलगाय और हिरन जैसे जानवरों को भगाने में यह काफी कारगर सिद्ध हो सकती है इसमें हल्का सा पैसा भी खर्च करना पड़ेगा यदि यह जानवर परेशान कर रहे हैं तो 500 ग्राम लहसुन को अच्छे से पेस्ट बनाकर दो से तीन लीटर लस्सी में अच्छे से डाल दें और उन्हें मिला दे और एक बाल्टी रेट और उसमें भी मिला दे। पेस्ट को फसल में छिड़क दे इस चूहे फसल की पत्तियों में चिपक जाएंगे और खाने की कोशिश करेंगे तो और रेट और लहसुन की तेज गंध के कारण परेशान होकर खेत से बाहर निकल जाएंगे।
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