लौकी की खेती: देशी किस्मों की बजाए उगाए ये हाइब्रिड लौकी की किस्म देगी दोगुना मुनाफा, जानें लौकी की उन्नत किस्में।
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लौकी की खेती: आमतौर पर किसान साथी सिर्फ पुराने तरीके से सभी फसलों की खेती कर रहे हैं। किसान साथी इसके साथ-साथ यदि सब्जी की खेती भी वैज्ञानिक तरीके से करें तो काफी लाभ कमा सकते हैं, ऐसे में हम आज आपके साथ जो जानकारी सांझा करेंगे, जिसमें लौकी की उन्नत किस्में लगाकर आप अच्छा लाभ कमा सकते हैं।
लौकी की खेती देसी किस्म की बजाए हाइब्रिड किस्म देगी दोगुना मुनाफा
लौकी की खेती: आमतौर पर किसान साथी जो लौकी की खेती करते हैं वह परंपरागत और लोकल बीज का उपयोग करके ही अभी तक खेती कर रहे हैं जिसमें लगाने से लेकर उत्पादन मंडी तक पहुंचने तब इतना लाभ नहीं प्राप्त कर सकती क्योंकि पुराने किस्मों के बीज और परंपरागत बीजों का उपयोग करके की खेती कर रहे हैं जिसमें काफी प्रकार की बीमारियां कीट पतंग और सुंडी का प्रकोप रहता है ऐसे में यदि आप हाइब्रिड लौकी की उन्नत किस्म से खेती करते हैं तो अच्छा लाभ कमा रहे हैं । ऐसे में चलिए जानते हैं ऐसी किस्में जो बेहतर लाभ देगी।
लौकी की ये है उन्नत हाईब्रिड किस्में
आमतोर पर अनेक किस्म जो पिछले कई सालो से लौकी की परंपरागत तरीके से उगाई गई है। वैज्ञानिक अनेक किस्म सुझाते हैं परंतु कुछ प्रमुख किस्म जो काफ़ी लोकप्रिय है जेसे- अर्का बहार, अर्का गंगा, अर्का नूतन, सम्राट, पूसा संतुष्टि, पूसा संदेश इसमें काफी लोकप्रिय लौकी कि प्रमुख किस्म (Gourd cultivation) रही है जो काफी उत्पादन भी देती है।
लौकी की खेती के बारे में पूरी जानकारी
सम्राट लोकी किस्म:- जैसा कि किस्म के नाम से ही पता चलता है कि यह किस्म न कितनी बेहतरीन है, सामान्य हरा होता है यह बहुत ही मजबूत किसम मानी जाती है, यह 135 से 175 दिनों में पक कर तैयार हो जाती है इसके फल की लंबाई तकरीबन 30 से 40 सेंटीमीटर तक रहती है। लौकी सम्राट का प्रति हेक्टेयर तकरीबन 300 से 500 क्विंटल तक प्राप्त कर सकते है।
अर्का बहार लौकी :– यह लौकी की हाइब्रिड किस्म भी काफी सराही जाती है, इस किस्म का वजन तकरीबन 1 किलोग्राम तक रहता है और फल की मध्यम लंबाई की होती है। घर का बाहर का रंग चमकीला और सामान्य हरा रहता है इसका उत्पादन प्रति हेक्टेयर 40 से 50 टन तक ले सकते है। इस किस्म की प्रमुख विशेषता पुष्पसड़न से लड़ने की समता मज़बूत बनाती है।
अर्का गंगा लौकी:- अर्का गंगा लौकी की किस्म हाइब्रिड किस्म है जो आकार में गोल होती है एवम् रंग गहरा हरा रहता है। इसकी प्रमुख विशेषता कम समय में तैयार होना है क्योंकि यह कम समय की उन्नत किस्म है जो तकरीबन 56 दिन में पक कर तैयार हो जाती है। मदन तकरीबन 55 से 58 टन प्रति हेक्टेयर प्राप्त किया जा सकता है।
अर्का नूतन:– यह किस्म बेलन के आकार की हाईब्रिड किस्म है। यदि आप अर्का नूतन लोकी की खेती मचान विधि से करें तो कम समय में ज्यादा उत्पादन ले सकते है। यह किस्म भी 58 से 60 दिन में तोड़ने के लिए तैयार हो जाती है। इसका उत्पादन प्रति हेक्टेयर 46 से 48 टन तक प्राप्त कर सकते है।
पूसा संतुष्टि लौकी:- इसके फल का आकार नाशपाती के जैसा रहता है, पूसा संतुष्टि के फल का वजन तकरीबन 800 ग्राम से लेकर 1 किलोग्राम का होता है और इसकी ऊपरी परत चिकनी एवम् हरे रंग की होती है। यदि उन्नत और वैज्ञानिक तरीके से इसकी खेती की जाए तक 25 से 30 टन तक उत्पादन ले सकते है।
पूसा संदेश लोकी:– पूसा संदेश लोकी का रंग गहरा हरा होता है, इसके फलों के आकार गोल और चपटा रहता है। की प्रत्येक पल की वजन की बात करें तो यह तकरीबन 500 से 700 ग्राम तक रहता है वही उत्पादन की बात करें तो प्रति हेक्टेयर तकरीबन 30 से 32 टन ले सकते है।
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