यदि गेहूं में गुल्ली डंडा (मंडूसी) खरपतवार है तो जानें कैसे करे समाधान, मात्र यह 1 स्प्रे कर दे, मिलेगा बेहतर लाभ
Kisan News: इस समय गेहूं में गुल्ली डंडा नामक खरपतवार की समस्या किसान साथी झेल रहे हैं तो इसके लिए आसानी से अपने खेत में इसके नियंत्रित हेतू उपाय कर सकते है, किसान साथियों उतर भारत के पंजाब, हरियाणा, उतर प्रदेश एवम् मध्य प्रदेश में कई स्थानों पर गेहूं की फसल में गुल्ली डंडा नामक खरपतवार का प्रकोप देखने को मिल रहा है
यह समस्या गेहूं की बुवाई के 30 से 40 दिनों बाद देखने को मिल जाता है, छोटी फसल होने के चलते इसकी पहचान कर पाना भी काफ़ी मुस्किल होता है, इससे अनेक समस्याओं को किसान साथी झेल रहे हैं, कयोंकि यह नमी को शोख लेता है जिसके कारण अतिरिक्त पानी की जरूरत पड़ती है, इसके साथ साथ यह गेहूं की बढ़वार को भी रोकता है, वही गेहूं के पकने के बाद बेचते समय भी बाजार भाव अच्छा नही मिल पाता।
गेहूं में गुल्ली डंडा ( मंडूसी) नामक खरपतवार नियंत्रण हेतु किसान साथी पाइरोक्सासल्फोन 187.5 ग्राम प्रति हेक्टेयर के साथ पेंडीमेथिलीन 750 ग्राम प्रति हेक्टेयर को 400-500 लीटर पानी में घोल बनाकर 1 हेक्टेयर में बुवाई के बाद अच्छे से करें इससे गुल्ली डंडे की समस्या से निजात मिलेगी। इसके अलावा सल्फो सल्फयूरान दवा प्रति हैक्टेयर 33 ग्राम का इस्तेमाल भी कर सकते है।
उतरी एवम् पूर्वी भारत में गेहूं की बुवाई का कार्य धान की कटाई के बाद किया जाता है, जिसमे नमी की मात्रा अधिक होती है एवम् यह खरपतवार गेहूं के अंकुरण के साथ ही खेत में उग आता है जो आगे चलकर गेहूं की बढ़वार को प्रभावित करता है, किसानों को सलाह दी जाती है कि इसके नियंत्रण हेतु इंतजार ना करें, एवम् जितना जल्दी हो इसका समाधान जरुर करे, इसके लिए पूर्वी भारत के किसान साथी बुवाई के 1 या 2 दिन बाद ही 1 किलोग्राम पेंडीमेथिलीन को 400 से 450 लीटर पानी में घोल बनाकर प्रति हेक्टेयर की दर से छिड़काव जरुर कर दे ।
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