नमस्कार साथियों आज की इस महत्वाकांक्षी रिपोर्ट में हम ग्वार का भाव भविष्य 2024 में क्या रहने की संभावना है के बारे में जानकारी देंगे, इसके अतिरिक्त ग्वार का भाव 2024 में क्या रहने की संभावना है एवम् ग्वार का भाव बढेगा या घटेगा आदि मौजूद हालात एवम् व्यापारियों एवम् अंतर्राष्ट्रीय बाजारों की चाल को देखते हुए एनालाइज करने की कोशिश करेंगे तो साथियों बिना किसी देरी के जानते हैं ग्वार में तेजी कब आएगी।
इस समय ग्वार की दैनिक आवक की बात करे तो मंडियो में तकरीबन 30 से 35 हज़ार बोरी की आवक राजस्थान, यूपी, एमपी एवम् हरियाणा से हो रही है, हालांकि आंकड़ों के मुताबिक जनवरी 2024 में आवक में और गिरावट देखने को मिल सकती है। विपणन वर्ष 2023-24 में बेमोशम बारिश ने ग्वार की फसल को काफ़ी नुकसान पहुंचाया वही कुछ स्थानों पर समय पर बारिश न होने की वजह से भी ग्वार की फसल सुख गई। उससे किसानों को काफ़ी आर्थिक हानि झेलनी पड़ी।
मंडीयो में गवार की आवक एवम् स्टॉक
चालू वित्त वर्ष 2023-24 के दौरान स्टॉक की कमी देखने को मिल रही है, जिसका असर यह हो रहा है कि हरियाणा राजस्थान एवम् गुजरात के किसान हाथोहाथ अपनी ग्वार की फसल मंडियो में बिकने हेतू ला रहे हैं। जिससे अनुमान के अनुसार लगभग स्टॉक का 80 फीसदी दिसंबर के अंतिम सप्ताह तक ग्वार मंडियो में आ जानें की संभावना व्यक्त की जा रही है।
इस समय तक देश भर की मंदिरों में गवार की हवा तकरीबन प्रतिदिन के हिसाब से 30 से 35000 बोरी की हो रही है वहीं नए साल शुरू होने तक यह कम होकर 20 से 25000 बोरी तक प्रतिदिन की आवक रहने का अनुमान लगाया गया है राजस्थान एवं हरियाणा में ग्वार की कुल आवक 25 से 30 हजार प्रतिदिन जबकि गुजरात की मंडियो में प्रतिदिन आवक 7 से 8 हज़ार की हो रही है। इसी ट्रेंड को देखे तो जल्द ही 20 हजार बोरी प्रतिदिन आवक आते देर नहीं लगेगी।
बीती सीजन में गुजरात राज्य में ग्वार की बुवाई एवं उत्पादन अधिक था परंतु इस सीजन में यहां ग्वार का उत्पादन काम बताया जा रहा है साल 2022-23 में गुजरात में उत्पादन 3 लाख से 3.50 लाख बोरी का हुआ, जो इस बार घटकर 2 से 2.5p0 लाख बड़ी तक रह गया है।
उधर ग्वार गम के निर्यात की बात करें तो प्रतिमाह लगभग 25 हजार टन से 30 हज़ार टन का हो पा रहा है , बता दे की इतना गवार गम तैयार करने के लिए लगभग 11 लाख बोरी की आवश्यकता पड़ती है। परंतु नए साल पर गवार आवक कमजोर होने के चलते गवार की डिमांड बढ़ सकती है। ऐसे में देखना होगा कि निर्यात में कमजोरी आएगी या डिमांड बढ़ने से गवार के भाव में तेजी होगी।
ग्वार का भाव भविष्य 2024 | ग्वार का भाव कब बढ़ेगा
इस समय गवार के भाव की बात करें तो लगभग 4300 से 5400 प्रति क्विंटल के बीच चल रहे हैं। ऐसे ऐसे में आशंका है कि आने वाली नए साल पर गवार की आवक में कमजोरी होने से गवार के भाव में 500 से ₹1000 प्रति क्विंटल तक तेजी देखने को मिल सकती है। आने वाले नए साल में गवार का भाव भविष्य 2024 में बढ़ोतरी के साथ 6000 से 6500 प्रति क्विंटल तक पहुंच सकता है। वही गवार गम की कीमत में भी तेजी के साथ 14000 से 14500 तक पहुंचने का अनुमान है। इसके साथ ही ग्वार कोरमा और चुरी के भाव में भी तेजी आने की संभावना है
ग्वार का उत्पादन
भारत में ग्वार के प्रमुख उत्पादक राज्यों में राजस्थान राज्य का प्रथम स्थान पर है, जो देश का 72 फीसदी अकेला उत्पादन करता है,इसके बाद गुजरात, हरियाणा, पंजाब, उतर प्रदेश, मध्य प्रदेश एवम् तमिलनाडु, महाराष्ट्र में उत्पादन होता है। भारत 90 फीसदी ग्वार गम का निर्यात करके सबसे बड़ा निर्यातक देश है। भारत ग्वार गम का निर्यात संयुक्त राज्य अमरीका, जर्मनी, रूस, नॉर्वे एवम् निदरलैंड को करता है।
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