चना का भाव भविष्य नाफेड टेंडर पर रहेगा निर्भर जानें चना के भाव क्या रहेगा। चना मंडी भाव रिपोर्ट
चना का भाव भविष्य:- पिछला सप्ताह सुरुवात सोमवार दिल्ली राजस्थान लाइन नया 6425/50 रुपये पर खुला था। और शनिवार शाम चना 6375/6400 रुपये पर बंद हुआ।बीते सप्ताह के दौरान चना दाल बेसन में मांग न रहने से -50 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट दर्ज हुआ, चना दाल और बेसन में कमजोर ग्राहकी से चना के दाम पर दबाव दर्ज किया गया । नाफेड द्वारा चना दाल (भारत दाल ब्रांड) बिक्री का काफी विपरीत प्रभाव पड़ा है।
नाफेड द्वारा चना दाल 55-60 रुपये प्रति किलो पर बेचा जा रहा कुछ राज्य सरकारें भी प्रति माह 1 किलो मुफ्त चना दाल बाँट रही है। इसबीच नाफेड द्वारा कम भाव पर चना पास करने से भी चना पर दबाव बन रहा। जबकि 6000 के ऊपर चना टेंडर पास कर रहा जिससे सेंटीमेंट पर दबाव पड़ा है
चना की कमी तो है लेकिन सरकारी दबाव के कारण सेंटीमेंट कमजोर पड़ता जा रहा है।नाफेड के कारण ही चना बढ़ा था और अब उसी के कारण बाजार पर दबाव भी है।दिवाली तक चना दाल और बेसन की मुख्य मांग की रहती और ऐसे में सरकार का प्रयास भाव पर अंकुश लगाना है।दिल्ली चना को 6375 का महत्वपूर्ण सपोर्ट है। जिसके बाद 6175-6000 जबकि तेजी की चाल 6700 के ऊपर ही
सरकार जल्द ही चना का एमएसपी बढ़ाने की घोषणा करेगी हालांकि उसका बाजार पर कोई सकारत्मक असर पड़ने की उम्मीद नहीं । चना उत्पादक राज्यों में अच्छी बारिश से इस वर्ष चना की बोआई बढ़ेगी जो भविष्य में सेंटीमेंट पर विपरीत असर दाल सकता है।चना का भविष्य नाफेड टेंडर पर यदि वह कम भाव में टेंडर पास करेगा तो बाजार में कमजोरी रहेगी। हालांकि चना की कमी को देखते हुए दल्ली चना फिलहाल 6300-6500 की रेंज में कारोबार करने की संभावना।
व्हाट्सऐप ग्रुप से जुड़े 👉 यहां क्लिक करके जुड़े