ग्वार की फसल में झुलसा रोग का प्रकोप:- इस बरसाती मौसम में ग्वार की फसल में अनेक प्रकार के रोग हो जाते है, ऐसे में यदि आपने ग्वार की फसल बोई है तो आपको इसके प्रबंधन हेतु अनेक प्रकार कीटनाशकों का प्रयोग करना लाजमी हो जाता है ताकी फसल कीट पतंगों से बची रहे एवम् अच्छा उत्पादन दे सके। इसी कड़ी में आज मंडी बाजार भाव के इस आर्टिकल में विस्तार से जानकारी लेकर हाजिर है।
यदि किसान साथी इस मौसम में फसल पर ध्यान न दें तो नमी के चलते अनेकों प्रकार के कीट रोग ग्वार की खेती में हो जाते है, जिसके चलते भविष्य में ग्वार का उत्पादन कम हो पाता है। हाल ही में मिली जानकारी के मुताबिक ग्वार की फसल में इस समय झुलसा रोग के प्रकोप की ख़बर मिल रही है, जो तकरीबन फसल को बर्बाद कर देती है, फसल बचाने हेतू किसान साथी समय समय पर खेतों का निरीक्षण करे एवम् उचित उपाय जरुर करे।
ग्वार की फसल में झुलसा रोग का प्रकोप हुआ शुरू।
किसान साथियों इस समय झुलसा रोग का प्रकोप काफी बढ़ रहा है, आपको बता दें कि झुलसा रोग को मुख्यत बैक्टिरियल ब्लाइंट के नाम से भी जाना जाता है। यदि इसका समय पर प्रबंधन ना किया जाए तो ग्वार की फसल पर अपनी मजबूत पकड़ बना लेता है एवम् संपूर्ण फसल रोगग्रस्त कर देता है।
झुलसा रोग रोकथाम एवम् उपाय
इस रोग से छुटकारा पाने हेतु किसान साथियों आपको 500 लीटर पानी के घोल में 1 किलोग्राम COC , एवम् 20 पुड़िया स्ट्रैपटोसाइकिलिन (straptocyclin) का छिड़काव प्रति एकड़ करना चाहिए ताकी फसल में उक्त रोग का प्रकोप ना हो।
नोट:- साथीयों यदि समय पर रोग को रोकने हेतु उचित कदम न उठाए जाय तो अनेक प्रकार के आर्थिक नुकसान का सामना करना पड़ सकता है अतः सलाह दी जाती है कि हल्का सा प्रकोप खेत में दिखाई दे तभी स्प्रे का इस्तेमाल कर देवे।
ये भी पढ़ें👉 धान के रोग एवम् उपाय: धान का झोंका आभासी कंड और तना छेदक, गुलाबी तना छेदक भूरा धब्बा
ये भी पढ़ें👉 पपीता की खेती पर सरकार दे रही है 45000 रूपए तक का लाभ आज ही करे आवेदन
ये भी पढ़ें👉 धनियां की खेती घर पर उगाए पाए जबर्दस्त लाभ नहीं जाना पड़ेगा बाजार में