आज सरसों का भाव:वैश्विक बाजारों में तेल तिलहन की मांग सकारात्मक सरसों मंडी भाव एवम् सरसों तेल में रहेगी तेजी 2023
आज सरसों का भाव: पीछले हफ्ते के अंतिम दिन एवम् इस हफ्ते के सुरूवती 2 दिनों में सरसों के भाव में बढ़ोत्तरी एवम् उत्पादक क्षेत्रों में आवक कमजोर होने तथा तेल मिलों की छिटपट मांग से लारेंस रोड पर कल सरसों में आज 100 रुपए प्रति क्विंटल की बढ़ोत्तरी दर्ज की गई। इस बढ़ोत्तरी के साथ भाव 5100 रुपए प्रति क्विंटल पहुंच गये। राजस्थान की जयपुर मंडी में आज कोई उठा पटक नहीं देखने को मिली। इसके साथ भाव 5300 रुपए प्रति क्विंटल पर स्थिर रहे। भरतपुर अनाज मंडी में 50 रुपए प्रति क्विंटल की तेजी देखने को मिली है एवम् भाव 5050 रुपए प्रति क्विंटल पर पहुंच गये।
सरसों मे तेजी जारी। आज सरसों का भाव। सरसों का भाव क्या रहे।
आज सरसों का भाव हरियाणा की प्रमुख सरसों उत्पादक मंडी चरखी दादरी मंडी में कल 45 रुपए प्रति क्विंटल की तेजी देखने को मिली। इस तेजी के साथ भाव 5025 रुपए प्रति क्विंटल पर देखने को मिले। दूसरी ओर उत्तर प्रदेश की आगरा सलौनी प्लांट सरसों में आज 25 रुपए प्रति क्विंटल की बढ़ोत्तरी के साथ भाव खोले। इस बढ़ोत्तरी के साथ सलौनी शमशाबाद भाव 5750 रुपए, दिग्नेर भाव 5750 रुपए, अलवर भाव 5750 रुपए, कोटा भाव 5700 रुपए प्रति क्विंटल पर पहुंच गये। सरसों खल में मांग निकलने से आज खल में मजबूत बनी रही। हालांकि कुछ मंडियो में हल्की फुल्की घट बढ़ भी देखने को मिली।
पिछ्ले दिनों जर्मनी के हैम्बर्ग नगर से छपी रिपोर्ट के मुताबिक तिलहन तेल विषय के विश्व प्रसिद्ध न्यूजलेटर ऑयल वर्ल्ड की नई मासिक रिपोर्ट में बताया गया है कि 2023- 24 में वनस्पति तेलों का ऐवरेज वैश्विक बाजार भाव वर्तमान समय में संचालित कीमत से काफी ऊंचा रह सकता है हालांकि दूसरी ओर तेल मील की कीमतों पर काफी मात्रा में दबाव रहने की प्रबल संभावना है क्योंकि दुनिया भर में सोया DOC की आपूर्ति एवं उपलब्धता की स्थिति बेहतर रहेगी।
ऑयल वर्ल्ड की रिपोर्ट के मुताबिक आने वाले समय में दक्षिण पूर्व एशिया में उत्पादन की समस्या खतरनाक होती जा रही है। जिसके चलते पाम तेल की वैश्विक मांग एवं आपूर्ति के बीच का संतुलन खराब रहने की संभावना है। वर्ष 2024 में इसका स्पष्ट असर देखा जा सकता है। हालांकि अल नीनो मौसम चक्र के प्रभाव एवं प्रकोप से मौसम शुष्क हो जाएगा और बारिश की कमी से पाम की औसत उपज भी प्रभावित होगी।
भाव पर सकारात्मक असर पड़ सकता है।
अगले सीज़न में में वनस्पति तेलों का वैश्विक बाजार भाव ऊंचा रहने अमरीका में तिलहन फसलों और खासकर सोयाबीन फसल के प्रति अभी जो खतरा या आशंका है जिसकी वजह से कीमतों में तेजी का माहौल बन सकता है। लेकिन ध्यान देने योग्य बात यह है कि फसल की प्रगति का अभी आरंभिक चरण में है और उसके आधार पर उत्पादन का सही एवम् स्टिक अनुमान नहीं लगाया जा सकता है।
जारी रिपोर्ट के अनुसार 2022/23 सीजन की तुलना में इस सीज़न 2023-24 के दौरान सोयाबीन का वैश्विक सत्र पर उत्पादन 344 लाख टन की वृद्धि के साथ 40.23 करोड़ टन के नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचने का अनुमान हैं। सोया तेल पर वैश्विक निर्भरता अगले सीजन में बढ़ेगी लेकिन तेल की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए सोयाबीन की क्रशिंग बढ़ाई जाएगी जिससे सोयामील का अधिशेष उत्पादन हो सकता है और इसकी कीमतों पर दबाव बढ़ सकता है।
वर्ष 2023 की पहली छमाही की तुलना में साल 2024 की समान अवधि के दौरान सोया मील के औसत वैश्विक बाजार मूल्य में 39 प्फीसदी की भारी गिरावट आने की संभावना है जबकि सोयाबीन तेल की कीमत में 10 से 12 फीसदी बढ़ सकता है।
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