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सरसों की अगेती किस्में: अच्छी पैदावार हेतु सरसों की ये है 5 टॉप उन्नत वैरायटी जो प्रति एकड़ देगी अच्छी पैदावार

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Top 5 Sarso variety: सरसों की अगेती किस्में कोन सी है इसके बारे में आज हम आपको बताएंगे जिससे किसानों को अच्छा लाभ मिले। इसके अलावा अच्छी पैदावार हेतु सरसों की 5 टॉप उन्नत वैरायटी के बारे में विस्तृत जानकारी लेकर हाजिर है

देशभर में सरसों तेल की मांग हमेशा बनी रहती है एवं सरसों एक प्रमुख तिलहन फसल है वहीं भारत एक बड़ा खाद्य तेल आयातक है, सरसों एक ऐसी फसल है जो काफी लाभ देती है क्योंकि इसमें उत्पादन अधिक जबकि लागत कम आती है वहीं से कम पानी के क्षेत्र में भी आसानी से बोया जा सकता है वहीं इसमें कुछ रोग भी कम लगते हैं । सरसों का उपयोग रोजमर्रा की जिंदगी में आम होता है एवं इसकी खपत भी काफी ज्यादा है इसलिए इसके मांग के हिसाब से कीमत भी अच्छी मिलती है ।

भारत में प्रमुख सरसों उत्पादक राज्य राजस्थान एमपी हरियाणा गुजरात यूपी बिहार गुजरात पंजाब आदि क्षेत्रों में की जाती है तो चलिए जानते हैं आज सरसों की प्रमुख उन्नत किसने कौन सी है जो हमें कम लागत में अधिक उत्पादन दे सकती है।

सरसों की अगेती किस्में एवम् सरसों की बुवाई का समय ।

अच्छे उत्पादन हेतु सरसों की बुवाई का सही समय सितंबर के अंतिम सप्ताह से शुरू होकर अक्टूबर के पहले सप्ताह तक माना गया है, इस सीजन में आगे की सरसों की किस्म उगाई जा सकती है अक्टूबर के पहले सप्ताह के बाद सरसों की पछेती बुवाई भी भारत के अनेक क्षेत्रों में की जाती है जो अक्टूबर के अंतिम सप्ताह तक की जा सकती है।

सरसों की ये है 5 टॉप उन्नत वैरायटी। Top variety of mustard

1.सरसों की राज विजय किस्म – सरसों 2

सरसों की इस किस्म की बुवाई अप एवं मध्य प्रदेश में करने के लिए उपयुक्त मानी गई है यह पकाने में तकरीबन 120 से 130 दोनों का समय लेती है वही इसे यदि अक्टूबर के पहले सप्ताह में बुवाई की जाए तो यह तकरीबन 20 से 25 क्विंटल तक पैदावार दे सकती है इसमें तेल की मात्रा तकरीबन 40 फ़ीसदी तक होती है एवं बाजार भाव भी अच्छे मिलते हैं।

2. सरसों की पूसा किस्म – सरसों 28

अच्छे उत्पादन हेतु यह किस्म भी काफी उपयुक्त मानी गई है इसकी बुवाई का उपयुक्त समय सितंबर माह माना गया है यह किस्म तकरीबन 20 क्विंटल तक उत्पादन दे सकती है एवं तेल की मात्रा इस किस्म में 42 फीसदी ओसत रहती है। यह पकाने में 110 से 115 दिन का समय लेती है इसका उत्पादन प्रमुख रूप से राजस्थान हरियाणा पंजाब दक्षिणी हिमालय आदि क्षेत्रों में उपयुक्त माना गया है।

3. उन्नत किस्म – सरसों 27

अगेती सरसों की किस्म में यह उपयुक्त मानी गई है क्योंकि यह पकाने में अधिक समय लेती है एवं तेल की मात्रा भी इसमें अधिक होती है यह पकाने में तकरीबन 130 से 140 दिन का समय लेती है एवं तेल की मात्रा तकरीबन 38 से 45 फ़ीसदी मिलता है यह उत्पादन में 18 से 20 क्विंटल पड़ती है कर देने के लिए उपयुक्त है।

4.सरसों- पूसा महक वेरायटी

पूर्वी एवं उत्तर पूर्वी राज्यों हेतु उपयुक्त किस पूसा महक को माना गया है इसकी खेती प्रमुख रूप से असम बिहार छत्तीसगढ़ उड़ीसा झारखंड बंगाल में की जाती है एवं अच्छा उत्पादन भी दे सकती है उत्पादन के लिहाज से यह है 18 क्विंटल तक देती है एवं इसमें तेल की मात्रा 40 फ़ीसदी होती है इसे पकाने में 120 से 122 दिन का समय लगता है।

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