अधिक उत्पादन एवम् कम समय में पकने वाली नई मूंग की किस्म IMP Virat एवम् Bansi Gold की गई निजात, साल में 2 पैदावार देगी
हाल ही में कृषि विश्वविद्यालय द्वारा नई मूंग की किस्म IMP 205-07 Virat (आई एम पी 205-07 विराट) एवम् Bansi Gold को निजात किया है जो 50 दिन में पकने एवम् 14 क्विंटल से अधिक उत्पादन देने के लिए जानी जाती है, एवम् साल में 2 बार इसकी पैदावार ली जा सकती है तो चलिए आज के लेख में इन दोनों किस्मों के बारे में विस्तृत जानकारी जानेंगे..
देश के अधिकतर राज्यों जिनमें सिंचाई हेतु पानी की मात्रा कम उपलब्ध है, बिरयानी क्षेत्र में इस समय मूंग की खेती की जा रही है हालांकि सिंचाई वाले क्षेत्रों में भी इसकी खेती की जाती है प्रमुख रूप से मूंग की खेती राजस्थान मध्य प्रदेश हरियाणा यूपी गुजरात महाराष्ट्र छत्तीसगढ़ में आसानी से की जा सकती है,
राजस्थान एवम् अन्य राज्यों में इस समय मूंग की किस्म में अनेक प्रकार की वेराइटी शामिल है परंतु कम समय में पकने एवम् अधिक उत्पादन देने वाली मूंग की किस्म के बारे में आज हम टॉप मुंग की वैरायटी के बारे में जानने एवम् मूंग की वैरायटी की बुवाई कब क,रें इसके लिए उपयुक्त मिट्टी कौन सी है, एवं पैदावार में बढ़ोतरी किस प्रकार कर सकते हैं आदि की जानकारी इस लेख में आज हम जानेंगे। रोजाना जानकारी के लिए व्हाट्सऐप ग्रुप ज्वाइन करें 👉 व्हाट्सअप ग्रुप 👈 या व्हाट्सअप चैनल फॉलो करें 👈
मूंग की किस एम के बारे में कृषि वैज्ञानिकों ने नई वैरायटी निजात की है जो कम समय में अधिक पैदावार देने के लिए जानी जाती है जिसमें प्रमुख रूप नई किस्म IMP 205-07 Virat एवम् Bansi Gold seed किस्म को विकसित किया है, इस किस्म की बुवाई से किसान अपनी आय में वृद्धि कर पाएंगे, IMP 205-07 Virat किस्म 50 से 55 दिन में पककर तैयार हो जाती है। इस किस्म की बुवाई से किसान प्रतिवर्ष 2 बार पैदावार ले सकते है। तो चलिए जानते हैं IMP 205-07 Virat किस्म के बारे में…
मूंग की किस्म IMP 205-07 Virat की मुख्य विशेषताएं
Virat मुंग की किस्म IMP 205-07 Virat को विकसित करने का श्रेय भारतीय दलहन अनुसंधान संस्थान कानपुर को जाता है जिन्होंने साल 2016 में विकसित किया गया था, मूंग इस किस्म को विराट मूंग के नाम से जाना जाता है। इस वैरायटी की प्रमुख विशेषता यह है कि किसान इसे रबी सीजन के साथ साथ खरीफ में भी बुवाई कर सकते है,
यह आमतौर पर पाया गया है कि मूंग की फसल में पीला मोजक रोग सबसे ज्यादा पाया जाता है। परंतु इस वैरायटी में पीला मोजैक रोग के प्रति सहनशील और एक कम लंबाई वाली मूंग की किस्म है। इस वैरायटी के लिए अनुकूल तापमान 20 से 40 डिग्री सेल्सियस तक बिजाई के समय होना सही है।
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मूंग की किस्म IMP 205-07 Virat हेतू उपयुक्त बुवाई क्षेत्र
भारत में इस समय अलग-अलग क्षेत्र में किसानों के द्वारा मूंग की खेती की जाती है, परंतु किसान IMP 205-07 Virat को हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, मध्य प्रदेश, गुजरात, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु और उत्तराखंड के क्षेत्र में आसानी से इस वैरायटी की बुवाई कर सकते हैं। एवम् अच्छा मुनाफा भी ले सकते है।
मूंग की किस्म IMP 205-07 Virat पकने में लेगी कम समय
इस किस्म को पकाने में अन्य किस्मों की बजाय कम समय लेती है। मूंग की इस किस्म को 50- 55 दिन में पककर फसल तैयार हो जाती है। इस वैरायटी की खास बात यह है कि आप इसे खरीद और रबी दोनों ही सीजन में बुवाई कर सकते हैं। हालांकि खरीफ सीजन के समय यह वैरायटी पकाने में 5 से 10 दिन का अधिक समय अवश्य लेती है। परंतु रबी सीजन में यह बहुत कम समय में पककर तैयार हो जाती है।
IMP 205-07 Virat की बुआई का उचित समय
मूंग की इस वैरायटी IMP 205-07 Virat को खरीफ सीजन में 15 जुलाई से 10 जुलाई तक उपायुक्त समय माना जाता है,वहीं रबी सीजन में इसकी बुवाई आप 15 फरवरी से शुरू करके 15 अप्रैल तक बुवाई आसानी से कर सकते हैं जो कि इसके तापमान के लिए उपयुक्त समय माना जाता है, एवम् उत्पादन भी अच्छा देती है।
कितनी बीज प्रति एकड़ प्रयोग करें
बुआई करते समय किसान इस बात का विशेष ध्यान रखना चाहिए कि किसी भी फसल की बुवाई करते समय प्रति एकड़ के हिसाब से कितनी मात्रा का में बीज का इस्तेमाल करें, मूंग की इस वैरायटी को प्रति एकड़ के हिसाब से 8 से 10 किलोग्राम बिजाई के समय डालें। परंतु खरीफ के समय में इसकी मात्रा को थोड़ा और अधिक बढ़ा दे और एक से दो किलोग्राम प्रति एकड़ ज्यादा मात्रा होनी चाहिए।
IMP 205-07 Virat मूंग प्रति एकड़ उत्पादन
मूंग की इस वैरायटी में पीला रोजक रोग के प्रति सहनशील होने के चलते पैदावार भी अच्छी खासी मिल जाती है। किसान साथियों बता दे की यह वैरायटी औसतन 6 से 8 क्विंटल प्रति एकड़ तक ले सकते हैं। किसी भी फसल को अच्छी पैदावार लेने के लिए सही समय पर बुवाई देखभाल और उसमें समय पर खाद डालने से 8 क्विंटल प्रति एकड़ के हिसाब से भी अधिक पैदावार मिल सकती है।
मूंग की किस्म Bansi Gold Moong देती है 14 क्विंटल से अधिक उत्पादन
मूंग की यह वैरायटी Bansi Gold Moong बीते सालों में किसानों की पहली पसंद बनी हुई है, कयोंकि यह किस्म अपने उत्पादन के लिए जानी जाती है, आज हम बंसी गोल्ड मूंग की किस्म के बारे में विस्तृत जानकारी इस लेख में जानेंगे इसके साथ साथ पकने का समय, बुवाई का उचित समय एवम् उत्पदान कीतना देती है ये सब जानेंगे, अतः आज की रिपोर्ट को पुरी पढ़े ताकी किसान साथी अच्छा उत्पादन ले सके।
मूंग की किस्म बंसी गोल्ड की ये है विशेषताएं
मूंग की इस किस्म को यह मूंग किस्म बंसी गोल्ड आईएफएसए सीड्स (पी) लिमिटेड द्वारा तैयार किया गया साल 2021 में विकसित किया गया था, इस किस्म की प्रमुख विशेषता यह है कि इसकी लंबाई कम होती है एवम् फुटाव अधिक लेती है, यह किस्म कृषि वैज्ञानिकों के अनुसार 55 से 60 सेंटीमीटर तक लंबाई में बढ़ती है,
इसमें पानी की मात्रा कम की आवश्यकता पड़ती है एवम् सभी शाखाओं एवम् टहनियों से फलियां निकलती है, प्रत्येक फली में 15 से 20 दाने पड़ते हैं, यह किस्म पीला मोजेक रोग के प्रति सहनशील होती है। इस लिए किसान इस मूंग की किस्म को ज्यादा पसंद करते हैं।
बंसी गोल्ड मूंग 60 दिन में पकने में लेती है समय
बंसी गोल्ड मूंग की किस्म को दोनों सीजन यानी रबी सीजन और खरीफ सीजन में बुवाई किया जा सकती है। लेकिन किसानों की जानकारी के लिए बता दें कि इस किस्म में दोनों सीजन के पकने के समय में कुछ अंतर होता है। जो कि लगभग 5 से 10 दिन का रहता है। मूंग की इस किस्म को अधिकतम समय 60 में 70 दिन में तैयार हो जाता है।
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बंसी गोल्ड मूंग किस्म की बुवाई का समय एवम् बीज की मात्रा
किसानों साथी मूंग की किस्म बंसी गोल्ड की बुवाई का कार्य मार्च से शुरू कर सकते हैं एवम् जुलाई तक किया जा सकता है। यानि अलग अलग सीज़न की बुवाई का समय अलग अलग रहेगा…
मार्च अप्रैल महीने में बिजाई : मूंग की यह किस्म Bansi Gold moong की बुवाई के समय किसानों को समय के अनुसार ही प्रयोग किया जाना चाहिए। अगर किसानों के द्वारा इस किस्म बंसी गोल्ड को अपने खेत में बिजाई मार्च अप्रेल के महीने करते हैं। तो बीज की मात्रा को 12 से 14 किलोग्राम रखना चाहिए। बीज की यह मात्रा मूंग की किस्म बंसी गोल्ड के लिए सही एवम् उपयुक्त मानी जाती है।
जून, जुलाई महीने में बिजाई : बंसी गोल्ड मूंग किस्म की बिजाई का समय अगर जून, जुलाई का महीना है। तो फिर किसानों को 6 से 7 किलोग्राम बीज प्रति एकड़ की मात्रा सही रखना रहता है।
मूंग किस्म बंसी गोल्ड कीतना उत्पादन देती है
मूंग की किस्म बंसी गोल्ड का औसत उत्पादन प्रति एकड़ 9 से 10 क्विंटल तक मिलता है। लेकिन इस मूंग की किस्म की किसानों के द्वारा अच्छे से सही देखभाल किया जाए तो इस किस्म में अधिकतम पैदावार 14 क्विंटल से बढ़ जाता है। इसके लिए किसान सही समय पर खाद डालना, खरपतवार नियंत्रण, स्प्रे करें। जिससे आपको अच्छा पैदावार मिलेगा।
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Conclusion:- मूंग की किस्म:- किसान साथियों मंडी बाजार भाव वेबसाईट खेती बाड़ी, मंडी भाव, सोना चांदी, वायदा बाजार भाव, ताजा किसान योजनाएं, खेल, मनोरंजन एवम् इससे संबंधित अनेक जानकारी समय समय पर किसानों हेतू प्रकाशित करती है, रोजाना ताजा जानकारी के लिए अब मंडी बाजार भाव के व्हाट्सऐप चैनल 👈 पर जुड़ सकते है . या टेलीग्राम ग्रुप 👈 से जुड़े हमारे द्वारा संपूर्ण जानकारी अनेक प्लेटफार्म एवम् गहन अध्ययन करके सरल भाषा में आप तक पहुंचाई जाति है ।
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