Sindoor Plant : कैसे उगाए सिंदूर का पौधा, इसकी खेती से कमा पाएंगे अच्छा लाभ
सिंदूर का पौधा कैसे लगाए : भारत में अनेक प्रकार की जड़ी बूटियां उगाई जाती है, कयोंकि भारत विविधताओं से भरा हुआ है, जो बाजारों में सिंदूर मिलता है वह अनेक प्रकार के उत्पादों को मिलाकर बनाया जाता है, जैसे चुना, मरकरी एवम् हल्दी आदि। हालांकि इसके गुण कम जबकि नुकसान ज्यादा होते हैं क्योंकी इसमें कई प्रकार की मैटल का इस्तेमाल हमारी बॉडी को नुकसान कर सकती है। इसका इस्तेमाल सुहागिन महिलाओं की त्वचा को नुकसान पहुंचा सकता है जिन्हे त्वचा की समस्या हो।
हालांकि इससे पहले प्राचीन काल से ही सुहागिन महिलाएं सिंदूर का इस्तेमाल करती आई हैं, उस समय प्राकृतिक रूप से उगने वाला एक प्रकार का पौधा होता था जिसको कमीला (kamila) के नाम से भी जाना जाता था, यह पौधा अन्य पेड़ की बजाय काफी अलग दिखता है, जब इसको छूते हैं तब यह अपना रंग लाल रंग में तब्दील हो जाता है, जिसके बीज का इस्तेमाल महिलाओं द्वारा सिंदूर एवम् लिपस्टिक के रुप में इस्तेमाल करती है।
ऐसे उगाए सिंदूर का पौधा । सिंदूर प्लांट (Bixa orellna)
इस पौधे को लगाने हेतू खाद एवम् कम पानी की जरूरत होती है, कयोंकि ज्यादा खाद, पानी से इसमें फल आने में समस्या आती है। इसके बीज एवम् नर्सरी को गमले में घर पर आसानी से उगाया जा सकता है, परंतु इसके लिए खास जलवायु की आवश्यकता पड़ती है, इसको लगाने हेतू 2 प्रकार की तकनीक है, यानी आप इसके पौधे को कलम से भी लगा सकते है या फिर इसके बीज को इस्तेमाल करके भी उगा सकते है।
सिंदूर के पौधे को उगाने हेतू पहले गमले में मिट्टी भरके 1 या 2 दिन रख दे एवम् इसे सूखने दें, जिसके कारण कीड़े मकोड़े खत्म होने के साथ साथ अतिरिक्त नमी भी चली जायेगी, इसके बाद इसमें उचित मात्रा में खाद का इस्तेमाल करके अच्छी तरह से इसमें मिला दे। इसके बाद इसमें गड्ढा करके बीज डाल दे या फिर इसका पौधा है तो उसे इसमें लगा दे। पौधा लगाने के बाद मिट्टी से गड्ढा मिट्टी से भरके उसमे हल्का पानी दे ताकी उचित मात्रा में नमी उपलब्ध हो जाय। इसके कुछ दिनों बाद ही यह पोधा अंकुरित होने लगेगा जिसमे समय समय पर देशी खाद का इस्तेमाल करते रहे।
खाद एवम् उर्वरक का इस्तेमाल
सिंदूर प्लांट हेतु उपजाऊ मिट्टी की आवश्यकता होती है, इसके अतिरिक्त इस मिट्टी में पोषक तत्व की मात्रा भी भरपूर होनी चाहिए ताकि पोधा अच्छा फुटाव ले। सबसे उपयुक्त उर्वरक की बात करे तो जैविक खाद का ही जितना संभव करें, जैसे गाय एवम् भैंस का गोबर आदि गमले में उचित मात्रा में डाले। इसके साथ साथ 2 से 3 दिन के अंतराल में पानी भी देते रहे।
कहा उगाया जाता है सिंदूर का पेड़
यह पौधा अनेक देशों जैसे दक्षिण अफ्रीका एवम् एशियाई महाद्वीप के अनेक देशों में उगाया जाता है। वही अमेरिकी देशो में इसके बीज का इस्तेमाल सौंदर्य प्रसाधन के रुप में काफ़ी मात्रा में किया जाता है, इसके अतिरिक्त इसका इस्तेमाल खाने में भी बहुत स्थानों पर किया जा रहा है।
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Use of sindoor plant ( सिंदूर के पौधे का इस्तेमाल)
भारत की बात करें तो सिंदूर का पौधा हिमाचल प्रदेश एवम् महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों में व्यापारिक रुप में उगाया जा रहा है, इसके एक पेड़ से 1.5 किलो सिंदूर के बीज प्राप्त किए जा सकते है। एनबीआरआई के वैज्ञानिकों ने कहा कि यह पोधा बहुत गुणकारी है जिसका प्रयोग प्रमुख्त रंग बनाने में इस्तेमाल किया जाता है।
सिंदूर के पौधे का इस्तेमाल सौंदर्य प्रसाधन के साथ साथ ओषधी के रुप में भी किया जा रहा है, इसका इस्तेमाल जैसे – लिपस्टिक, लिक्विड सिंदूर, हेयर डाई, नेल पॉलिश आदि में किया जा रहा है। अन्य इस्तेमाल की बात करे तो प्राकृतिक रंग बनाने हेतु भी किया जाता है।
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